रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020

  • 07 Oct 2020

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 28 सितंबर, 2020 को रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 का अनावरण किया।

रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया में सम्मिलित सुधार: सूची में वर्णित किसी उपकरण की खरीद आयात से पूर्व अधिसूचित समय सीमा के बाद नहीं की गई है, यह सुनिश्चित करने के लिए आयात पर प्रतिबंध के लिए हथियारों / मंचों की एक सूची को अधिसूचित करना।

  • आयातित रक्षा कलपुर्जों का स्वदेश में निर्माण;
  • खरीद की नई श्रेणी (वैश्विक-भारत में निर्माण) शामिल की गई है, जिसमें भारत में अपनी सहायक कंपनी के माध्यम से उपकरणों के पूरे / हिस्से या कलपुर्जों का निर्माण, रखरखाव और मरम्मत सुविधा का निर्माण शामिल है।

विशेषताएं: खरीद की भारतीय श्रेणी और मेक-1 और मेक -2 श्रेणी विशेष रूप से भारतीय विक्रेताओं लिए आरक्षित।

  • स्वदेशी सामग्री का संवर्द्धन; परीक्षण और जांच प्रक्रियाओं का युक्तिकरण; तथा आईडेक्स (iDEX), प्रौद्योगिकी विकास कोष और आंतरिक सेवा संगठनों जैसी पहलों के तहत 'नवाचार' के माध्यम से विकसित प्रोटोटाइप की खरीद की सुविधा।
  • परिसंपत्तियों पर मालिकाना हक के बिना उनका संचालन करने के लिए एक नई श्रेणी शुरू की गई है।
  • ऑफसेट दिशा-निर्देशों को संशोधित किया गया है, जिसमें घटकों की बजाय पूर्ण रक्षा उत्पादों के निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी।

अन्य तथ्य: पहली रक्षा खरीद प्रक्रिया (डीपीपी) वर्ष 2002 में लागू की गई थी।