जोजिला सुरंग

  • 17 Oct 2020

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 15 अक्टूबर को 14.15 किमी. लंबी जोजिला सुरंग, में निर्माण संबंधी कार्य के लिए पहला ब्लास्टिंग (विस्फोटकों के साथ किसी चीज को फोड़ना या तोड़ना) शुरू किया। यह एशिया की सबसे लंबी (द्वि-दिशात्मक) सुरंग होगी।

महत्वपूर्ण तथ्य: राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर बनने वाली इस सुरंग से श्रीनगर घाटी और लेह के बीच (लद्दाख पठार में) सभी मौसम में निर्बाध संपर्क सुनिश्चित होगा। सुरंग का निर्माण लगभग 3000 मीटर की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे के नीचे किया जाएगा।

  • इस परियोजना की परिकल्पना सबसे पहले 2005 में की गई थी।

विशेषताएं: परियोजना की कुल लंबाई 32.78 किमी.; जोजिला सुरंग की लंबाई 14.15 किमी. और संपर्क मार्ग की लंबाई 18.63 किमी.। जोजिला सुरंग की निर्माण अवधि 6 वर्ष और संपर्क मार्ग की निर्माण अवधि 2.5 वर्ष। एकीकृत परियोजना की कुल पूंजी लागत 6808.63 करोड़ रुपये।

सुरंग की सुरक्षा विशेषताएं: मार्ग के दोनों ओर प्रत्येक 750 मीटर पर आपातकालीन स्थिति में ठहरने के लिए सुरक्षित स्थान; सभी वाहन चालकों के पास मैनुअल फायर अलार्म और पोर्टेबल आग बुझाने का यंत्र; प्रकाश की व्यवस्था; वीडियो निगरानी व्यवस्था तथा आपातकालीन टेलीफोन बूथ।

महत्व: श्रीनगर, द्रास, कारगिल और लेह क्षेत्र में सभी मौसम में सुरक्षित संपर्क सुनिश्चित; केंद्र-शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख में आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा; एनएच-1 के श्रीनगर-कारगिल-लेह खंड पर हिमस्खलन से मुक्त यात्रा; तथा यात्रा में लगने वाला समय 3 घंटे से घटकर मात्र 15 मिनट।