नगर निगम ठोस अपशिष्ट सतत प्रसंस्‍करण सुविधा

  • 19 Oct 2020

अक्टूबर 2020 में केन्द्रीय यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीएमईआरआई), दुर्गापुर ने नगर निगम के ठोस अपशिष्ट सतत प्रसंस्करण सुविधा (Sustainable Municipal Solid Waste Processing Facility) विकसित की है।

महत्वपूर्ण तथ्य: संस्थान ने ठोस अपशिष्ट निस्तारण प्रक्रिया को प्लाज्मा आर्क (Plasma Arc) का इस्तेमाल करके विकसित किया है, जिसमें कचरे को बेहतर निस्तारण के लिए प्लाज्मा अवस्था में बदला जाता है।

  • इस प्रकार से सृजित उत्पाद में कार्बन के बेहतर तत्व होते हैं, जिनका इस्तेमाल कृषि क्षेत्र में उर्वरक और निर्माण क्षेत्र में ईंट बनाने में किया जा सकता है। अत: यह तकनीक विज्ञान का प्रयोग कर कचरे से संपदा का सृजन करने में मददगार साबित हो रही है।
  • इस मौजूदा कम्पोस्टिंग प्रक्रिया में कुछ कमियां भी हैं, क्योंकि इसके लिए अधिक भूमि और प्रभावी कीटाणुशोधन के लिए पाश्चुरीकरण की आवश्यकता होती है। इसमें अत्यधिक श्रमबल की आवश्यकता होती है और भारी धातुओं की उपस्थिति के कारण इसका उपयोग प्रतिबंधित है।
  • बारिश के मौसम में नमी की अधिकता के कारण इसका प्रबंधन कठिन होता है और इसका एक वैकल्पिक समाधान जैव मिथेनशन संयंत्र (Bio-methanation Plant) है।
  • ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधा ने न केवल ठोस अपशिष्टों के विकेंद्रीकृत विघटन में मदद की है, बल्कि विघटन की यह तकनीक बहुत ही कम प्रदूषण कारक है।