पेयजल आपूर्ति और स्वच्छता हेतु नवोन्मेषी तकनीक

  • 23 Nov 2020

जल शक्ति मंत्रालय की तकनीकी समिति ने 22 नवंबर, 2020 को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति और स्वच्छता के क्षेत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को समाधान उपलब्ध कराने के लिए 5 नवोन्मेषी तकनीकों की सिफारिश की है।

  • महत्वपूर्ण तथ्य: जिन पाँच तकनीकों की सिफारिश की गई है वे निम्न हैं।
  • ग्रंडफॉस एक्यूप्योर (Grundfos AQpure): यह सौर ऊर्जा से चलने वाला जल उपचार संयंत्र है, जो पानी को अत्यधिक फिल्टर कर सकता है।
  • जनाजल वॉटर ऑन व्हील (Janajal Water on Wheel): यह ‘इन्टरनेट ऑफ थिंग्स’ (IoT) पर आधारित एक इलेक्ट्रिक वाहन है, जो जीपीएस लोकेशन पर आधारित होता है, ताकि इससे घरों तक स्वच्छ एवं सुरक्षित जल पहुंचाया जा सके।
  • प्रेस्टो ऑनलाइन क्लोरीनेटर (Presto Online Chlorinator): यह एक गैर-बिजली चालित ऐसा ऑनलाइन क्लोरीनेटर है, जो जल से बैक्टीरिया संदूषण (bacterial contamination) को हटाने के लिए कीटाणुशोधन का काम करता है।
  • जोहकासो तकनीक (Johkasou technology): यह गंदे और अशुद्ध जल तथा रसोई घर और स्नानघर से निकलने वाले जल को शुद्ध करने की जल उपचार प्रणाली है। इसे भूमिगत स्थापित किया जा सकता है।
  • एफबीटीईसी (FBTec): इसमें फिक्स्ड फिल्टर मीडिया के उपयोग से विकेंद्रीकृत वाहितमल उपचार प्रणाली को इकट्ठा किया जा सकता है।