सहायक-एनजी’

  • 02 Jan 2021

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने भारतीय नौसेना के साथ 30 दिसंबर, 2020 को गोवा तट से कुछ दूर समुद्र में हवा से गिराए जाने वाले कंटेनर ‘सहायक-एनजी’ (SAHAYAK-NG) का पहला सफल उड़ान परीक्षण सम्पन्न किया। यह परीक्षण भारतीय नौसेना के ‘आईएल- 38एसडी विमान’ (IL 38SD aircraft) से किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य: सहायक-एनजी भारत का पहला स्वदेशी तौर पर डिजाइन और विकसित किया गया ऐसा कंटेनर है, जिसे आकाश से सतह पर उतारा जा सकता है।

  • भारतीय नौसेना ने अपनी परिचालन लॉजिस्टिक क्षमता में वृद्धि करने और तट से 2,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर तैनात पोतों को महत्वपूर्ण अभियांत्रिकी भंडारण सुविधा मुहैया कराने के लिए यह परीक्षण किया।
  • इस सहायक-एनजी कंटेनर का विकास डीआरडीओर की दो प्रयोगशालाओं – विशाखापत्तनम स्थित एनएसटीएल और आगरा स्थित एडीआरडीई ने अपने उद्योग साझेदार मैसर्स अवान्टेल के साथ मिलकर किया है।
  • सहायक-एनजी, ‘सहायक एमके-1’(SAHAYAK Mk I) का आधुनिक संस्करण है। नव विकसित जीपीएस से लैस कंटेनर 50 किग्रा. तक वजन ले जाने में सक्षम है और इसे किसी भारी विमान से सतह पर उतारा जा सकता है।