शेकटकर समिति

  • 21 Jul 2021

रक्षा मंत्रालय ने 19 जुलाई, 2021 को राज्य सभा को रक्षा सुधारों से संबंधित विशेषज्ञ समिति “शेकटकर समिति” की सिफारिशों के कार्यान्वयन की स्थिति के बारे में जानकारी दी।

महत्वपूर्ण तथ्य: रक्षा मंत्रालय द्वारा लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीबी शेकटकर की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ समिति ने सशस्त्र बलों की युद्धक क्षमता बढ़ाने और रक्षा व्यय को पुन: संतुलित करने हेतु उपायों की सिफारिश करने के लिए दिसंबर 2016 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

  • मुख्य कार्यान्वयन बिंदुओं और रोडमैप तैयार करने हेतु रक्षा मंत्रालय द्वारा इस रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है।

समिति द्वारा अनुशंसित और कार्यान्वयन हेतु शुरू किए गए उपाय: रेडियो निगरानी कंपनियों, कोर हवाई सहायता सिग्नल रेजिमेंट, एयर फॉर्मेशन सिग्नल रेजिमेंट, समग्र सिग्नल रेजिमेंट और कोर ऑपरेटिंग और इंजीनियरिंग सिग्नल रेजिमेंट के विलय को शामिल करने के लिए सिग्नल प्रतिष्ठानों का इष्टतमीकरण (Optimization)।

  • फील्ड आर्मी में बेस वर्कशॉप, एडवांस बेस वर्कशॉप और स्टेटिक / स्टेशन वर्कशॉप को शामिल करने के लिए सेना में मरम्मत संबंधित पद सोपनकों (repair echelons) की पुनर्संरचना।
  • इन्वेंटरी नियंत्रण तंत्र को सुव्यवस्थित करने के अलावा वाहन डिपो, आयुध डिपो और केंद्रीय आयुध डिपो को शामिल करने के लिए आयुध सोपनकों (Ordnance echelons) का पुनर्नियोजन (Redeployment)।
  • आपूर्ति और परिवहन सोपानक और पशु परिवहन इकाइयों का बेहतर उपयोग।
  • शांति स्थानों पर सैन्य फार्मों और सैन्य डाक प्रतिष्ठानों को बंद किया जाना।
  • सेना में लिपिकीय कर्मचारियों और ड्राइवरों की भर्ती के लिए मानकों में बढ़ोतरी।
  • राष्ट्रीय कैडेट कोर की कार्यक्षमता में सुधार लाना।