सामयिक - 16 January 2023

सामयिक खबरें राष्ट्रीय

सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट रिपोर्ट: द इंडिया स्टोरी


16 जनवरी, 2023 को ऑक्सफैम इंटरनेशनल (Oxfam International) द्वारा विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक के प्रथम दिन भारत के संदर्भ में अपनी वार्षिक असमानता रिपोर्ट 'सर्वाइवल ऑफ द रिचेस्ट: द इंडिया स्टोरी' (Survival of the Richest Report: The India Story) जारी की गई।

महत्वपूर्ण बिंदु

  • आर्थिक असमानता: रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सबसे अमीर 1% आबादी के पास देश की कुल संपत्ति का 40% से अधिक हिस्सा है।
    • रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के 21 सबसे अमीर अरबपतियों के पास मौजूदा समय में देश के 70 करोड़ लोगों से ज्यादा दौलत है।
    • रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से नवंबर 2021 तक जहां अधिकतर भारतीयों को नौकरी संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ा और सेविंग्स बचाने के लिए अधिक प्रयास करने पड़े, वहीं पिछले साल नवंबर तक भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में 121% का इजाफा देखा गया।
    • रिपोर्ट के अनुसार, भारत के शीर्ष 10 सबसे धनी व्यक्तियों पर 5% अतिरिक्त कर लगाने से बच्चों को स्कूल में पुनः नामांकित (Re-enroll children in school) करने के लिये पर्याप्त धन प्राप्त हो सकता है।
  • लैंगिक असमानता: पुरुष श्रमिकों द्वारा अर्जित प्रति 1 रुपए की तुलना में महिला श्रमिकों को केवल 63 पैसे मिलते हैं।

असमानता कम करने के लिये सुझाए गए उपाय

  • अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं को लागू करने के लिए विरासत, संपत्ति और भूमि करों के साथ-साथ शुद्ध संपत्ति पर भी करों को लागू किया जाना चाहिए।
  • सरकार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति में परिकल्पित वर्ष 2025 तक स्वास्थ्य क्षेत्र के बजटीय आवंटन को सकल घरेलू उत्पाद का 2.5% तक करना चाहिए।
  • शिक्षा के लिये बजटीय आवंटन में सकल घरेलू उत्पाद के 6% के वैश्विक बेंचमार्क तक वृद्धि करनी चाहिए।
  • रिपोर्ट में, अमीरों पर अतिरिक्त कर लगाने की व्यवस्था अपनाए जाने की वकालत की गई है। इसके लिए, एकमुश्त कर के कार्यान्वयन के साथ-साथ एक न्यूनतम कर दर का भी निर्धारण किया जाना चाहिए।

पीआईबी न्यूज योजना एवं कार्यक्रम

त्रिपुरा सरकार की "सहर्ष" विशेष शिक्षा कार्यक्रम


त्रिपुरा राज्य सरकार ने सामाजिक और भावनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए "सहर्ष" विशेष शिक्षा कार्यक्रम शुरू किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य :

  • इसका उद्देश्य बच्चों को उल्लास एवं उत्साहपूर्वक पढ़ाई करने में सक्षम बनाना है।
  • अगस्त 2022 में राज्य के 40 स्कूलों में इसे पायलट प्रोग्राम के रूप में शुरू किया गया था, अब इसे राज्य के सभी सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में उपलब्ध कराया जाएगा।
  • प्रदर्शन ग्रेडिंग सूचकांक के अनुसार, त्रिपुरा वर्तमान में ग्रेड-I समूह के अंतर्गत आता है।
  • राज्य सरकार 204 स्कूलों को सहर्ष पाठ्यक्रम के लिए प्रशिक्षित कर चुकी है; जबकि 200 और स्कूलों को जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा।

पीआईबी न्यूज राष्ट्रीय

लक्षद्वीप से सांसद मोहम्मद फैजल की लोकसभा सदस्यता रद्द


लक्षद्वीप से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सांसद मोहम्मद फैजल को कोर्ट द्वारा 10 साल की सजा सुनाने के बाद उनकी लोकसभा सदस्यता भी रद्द कर दी गई है।

महत्वपूर्ण तथ्य :

  • सांसद को अनुच्छेद 102 (1) (ई) के प्रावधानों एवं जनप्रतिनिधि कानून, 1951 की धारा 8 के तहत लोक सभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया है।
  • एनसीपी सांसद फैजल पर अपने लोगों के साथ कांग्रेस नेता पदनाथ सालिह पर जानलेवा हमला करने का आरोप था।
  • उन्हें अदालत द्वारा हत्या के प्रयास के मामले में दोषी ठहराए जाने और 10 साल की कैद की सजा सुनाई गई है।

जी के फैक्ट

अनुच्छेद 102 (1) (ई )

इसके प्रावधानों के तहत जनप्रतिनिधि कानून, 1951 की धारा 8 के तहत लोक सभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया जाता है

  • भारत के संविधान में अनुच्छेद 102(1)(a) तथा अनुच्छेद 191(1)(a) में लाभ के पद का उल्लेख किया गया है, किंतु लाभ के पद को परिभाषित नहीं किया गया है।
  • अनुच्छेद 102(1): कोई व्यक्ति संसद् के किसी सदन का सदस्य चुने जाने के लिए और सदस्य होने के लिए निरर्हित होगा

पीआईबी न्यूज पर्यावरण

नीलकुरिंजी संरक्षित पौधों की सूची में शामिल


भारत के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने नीलकुरिंजी को वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची III के तहत सूचीबद्ध किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य :

  • नीलकुरिंजी लुप्तप्राय नहीं है, लेकिन संरक्षित प्रजातियों के तहत एक पौधे के रूप में शामिल है।
  • पौधे को उखाड़ने या नष्ट करने वाले व्यक्तियों को 25,000 रुपये का जुर्माना और 3 साल की कैद हो सकती है।
  • नीलकुरिंजी की खेती और उसके कब्जे की अनुमति नहीं है
  • मुन्नार में नीलकुरिंजी का खिलना एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
  • उनके सूखे फूल से मिट्टी में गिरने वाले बीजों के परिणामस्वरूप उनके पौधे बनते हैं। अगर फूल तोड़े जाएं तो ऐसा नहीं होगा। इसलिए फूल तोड़ने की इजाजत नहीं दी गई है।
  • भारत में नीलकुरिंजी की 40 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं।

नीलकुरिंजी

  • यह दक्षिण भारत के पश्चिम घाट के 1800 मीटर से ऊंचे शोला घास के मैदानों में बहुतायत से उगने वाला एक पौधा है। इसके फूल 12 वर्ष में एक बार खिलते हैं। नीलगिरी पर्वत का नाम इन्हीं नीलकुरंजी फूलों के आच्छादित होने के कारण पड़ा है।

जी के फैक्ट

भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972

भारत सरकार ने सन् 1972 ई॰ का उद्देश्य वन्यजीवों के अवैध शिकार तथा उसके हाड़-माँस और खाल के व्यापार पर रोक लगाना था

पीआईबी न्यूज विज्ञान-प्रौद्योगिकी

ऑनलाइन गेमिंग में पहला उत्कृष्टता केंद्र शिलांग में


ऑनलाइन गेमिंग में भारत का पहला उत्कृष्टता केंद्र शिलांग में स्थापित किया जाएगा।

महत्वपूर्ण तथ्य :

  • इस एक्सीलेंस सेंटर की स्थापना, डिजिटल इंडिया स्टार्टअप (Digital India Startup) के भारत के सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के माध्यम से की जाएगी।
  • इसकी मदद से पूर्वोत्तर भारत में स्टार्टअप्स और उद्यमियों को अगली पीढ़ी के ऑनलाइन गेमिंग इकोसिस्टम को तैयार करने के लिए प्रेरित करेगा।
  • इसके माध्यम से मेघालय में लगभग 50,000 युवाओं को कौशल में प्रशिक्षित किया जायेगा।

दैनिक समसामयिकी

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