ग्राम स्वराज अभियान (जीएसए) (सबका साथ, सबका गाँव, सबका विकास)

यह अभियान 14 अप्रैल से 05 मई, 2018 तक की अवधि के दौरान चलाया गया। यह अंबेडकर जयंती के साथ मनाया गया। ग्राम स्वराज अभियान पंचायती राज मंत्रालय और ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त पहल थी।

  • इसका उद्देश्य सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देना, गरीब परिवारों तक पहुंच कायम करना और केंद्र सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं तथा कार्यक्रमों से वंचित रह गए लोगों को इसके दायरे में लाकर लाभान्वित करना है।
  • 21,058 गांवों और 530 जिलों में पात्र परिवारों को सात कल्याणकारी योजनाओं अर्थात प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, उजाला योजना, मिशन इंद्रधनुष, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के बारे में जागरुकता का प्रसार किया गया।
  • विभिन्न कल्याणकारी नीतियों की विफलता का सबसे प्रमुख कारण खराब सूचना प्रसार है, इसलिए ग्राम स्वराज अभियान जैसी योजनाएं अत्यावश्यक हैं।

मुद्दे और विवादः यह एक मिशन मोड में लागू किया गया था, लेकिन परिणाम अलग-अलग थे। जैसा कि 100% कवरेज की घोषणा की गई थी, लेकिन कई गांवों से रिपोर्ट इसके प्रति संदेह पैदा करती है।