श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन (एसपीएमआरएम)

एसपीएमआरएम 2016 में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य गांवों के ऐसे समूहों का विकास करना है, जो ग्रामीण सामुदायिक जीवन के सार को संरक्षित और पोषित करते हुए, समानता और समावेश पर ध्यान देते हों। इन गांवों के समूहों में शहरी/आधुनिक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।

समस्याएं: यह कृषि आजीविका और उनकी लाभप्रदता को कम करने वाले संरचनात्मक मुद्दों को नजरअंदाज करता है।

  • ‘शहरीकरण के साथ विकास’ विकास की व्यापक धारणा को कम करता है।

समाधानः सरकार को विकास की प्रतिबंधात्मक परिभाषा से आगे बढ़ना चाहिए और ग्रामीण विकास की गांधीवादी अवधारणा को पुनर्जीवित करने पर काम करना चाहिए।

  • नवीनतम अनुमानों (2019) के अनुसार, 37 राजनीतिक इकाइयों में 283 समूहों को मंजूरी दी गई है।