बिहार

केसरिया बौद्ध स्तूप

  • जुलाई 2021 में बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद विश्व प्रसिद्ध केसरिया बौद्ध स्तूप बाढ़ के पानी से घिर गया था।
  • इसे ‘दुनिया का सबसे बड़ा बौद्ध स्तूप’ माना जाता है। यह राज्य की राजधानी पटना से लगभग 110 किमी. दूर ‘पूर्वी चंपारण जिले’ में स्थित है।
  • इसकी परिधि लगभग 400 फीट है और यह लगभग 104 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
  • स्थानीय लोग स्तूप को ‘देवालय’ कहते हैं जिसका अर्थ है ‘देवताओं का घर’। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसे ‘राष्ट्रीय महत्व का संरक्षित स्मारक’ घोषित किया है।
  • 1814 में कर्नल मैकेंजी के नेतृत्व में इसकी खोज शुरू हुई थी। बाद में, 1861-62 में जनरल कनिंघम द्वारा और 1998 में पुरातत्वविद् के. के. मुहम्मद ने इस स्थल की ठीक से खुदाई करवाई थी।
  • मूल रूप से केसरिया स्तूप को सम्राट अशोक (लगभग 250 ईसा पूर्व) के काल का कहा जाता है क्योंकि वहां अशोक स्तंभ के अवशेष मिले थे।