समस्या

एशिया पैसिफिक क्षेत्र में बने न्यूटल कमीशन के-सी- रंगराजन की अध्यक्षता वाली कमेटी की एचआईवी पर एक रिपोर्ट जारी की गई।

इसमें बताया गया कि एशिया में एड्स का वायरस पुरुषों द्वारा सेक्स हेतु पैसा देने की प्रवृत्ति के चलते तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में साढ़े सात करोड़ के करीब पुरुष वेश्याओं से शारीरिक संबंध बनाते हैं। एक करोड़ से अधिक महिलाएं इस धंधे में शामिल हैं।

कारण

  • आर्थिक कारण: जीविकोपार्जन के अन्य साधनों का अभाव, अन्य कार्यो के अत्यंत श्रम साध्य तथा अल्पवैतनिक होना, एक अध्ययन के अनुसार लगभग 65 प्रतिशत वेश्याएं आर्थिक कारणों से इस पेशे को अपनाती है।
  • सामाजिक कारण: विवाह संस्कार के कठोर नियम दहेज प्रथा, विधवा विवाह पर प्रतिबंध, चारित्रिक भूल के कारण सामाजिक बहिष्कार, बेमेल विवाह, तलाक आदि।

वेश्याओं की कन्याओं का समाज द्वारा त्यागने के कारण इस पेशे में आना। स्त्री व्यापार में लगे लोगों द्वारा स्त्रियों को आर्थिक लाभ का प्रलोभन देना।

  • मनोवैज्ञानिक कारण: स्त्री-पुरुषों की प्रबल इच्छाएं, विवाहित पुरुषों के वेश्यागमन तथा विवाहित स्त्री के विवाहेतर संबंध।
  • अन्य कारणः बुरी संगति, सामाजिक प्रथाएं, शादी की असमर्थता, पारिवारिक वेश्यावृत्ति, बाल विवाह आदि।

प्रभाव

शारीरिक प्रभावः वेश्यावृत्ति से अनेक शारीरिक रोग उत्पन्न होते है जैसे- सर्विकल कैंसर, ट्रामैटिक ब्रेन इंजरी, एचआईवी, एसटीडी (सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज), साइकोलॉजिकल डिस्ऑर्डर, जबरन बलात्कार, आत्महत्या का प्रयास, ट्रक ड्राइवरों द्वारा भ्प्ट का प्रसार।

सामाजिक प्रभावः पुरुष द्वारा महिला को वस्तु के रूप में इस्तेमाल करना, इस सोच के कारण वेश्याओं के साथ हिंसक घटनाएं या हत्या तक होना। प्रायः वेश्याओं का समाज में अकेला हो जाना उन्हें घृणा की नजर से देखना, सामाजिक मान्यता न मिलना।