राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017

राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य ब्लूप्रिंट में राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 (NHP 2017) के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए आवश्यक मूलभूत अंगों का विशिष्ट विवरण है। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए पंचवर्षीय योजनाओं से संबंधित दृष्टिकोण का मार्गदर्शन करने के लिहाज से राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 1983 एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2002 ने अच्छे परिणाम दिए। बदलती स्वास्थ्य प्राथमिकताओं, गैर-संचारी रोगों का बढ़ता बोझ, मजबूत स्वास्थ्य देखभाल उद्योग का उदय तथा स्वास्थ्य देखभाल की लागतों में भयावह वृद्धि आदि कारकों की वजह से नई स्वास्थ्य नीति, 2017 लाई गई।

उद्देश्यः सभी क्षेत्रों में ठोस नीतिगत कार्रवाई के माध्यम से स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार तथा जन-स्वास्थ्य क्षेत्र के माध्यम से प्रदान किये जाने वाले निवारक, सुधारात्मक, उपचारात्मक, उपशामक और पुनर्वास सेवाओं का विस्तार करना। इस नीति में ‘जन-स्वास्थ्य व्यय’ (public health expenditure) को समयबद्ध ढंग से जीडीपी के 2.5% तक बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया है।

स्वास्थ्य नीति का मुख्य लक्ष्य

  • जन्म के समय आजीवन प्रत्याशा को 67.5 से बढ़ाकर 2025 तक 70 करना।
  • 2025 तक राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर ‘कुल प्रजनन दर’ (TFR) को घटाकर 2.1 तक लाना।
  • 2025 तक ‘5 वर्ष से कम आयु के बच्चों में मृत्यु दर’ (Under Five Mortality) को कम करके 23 करना तथा मातृत्व मृत्यु दर एमएमआर (MMR) के वर्तमान स्तर को 2020 तक घटाकर 100 करना।
  • नवजात शिशु मृत्यु दर (neo-natal mortality) को घटाकर 16 करना तथा ‘मृत जन्म लेने वाले बच्चों की दर’ (still birth rate) को 2025 तक घटाकर ‘एक अंक’ में लाना।

एचआईवी/एड्स के लिए 2020 के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करना, जिसे 90:90:90 के लक्ष्य के रूप में भी परिभाषित किया गया है। 90:90:90 लक्ष्य से आशय है- एचआईवी पीड़ित सभी 90% लोग अपनी एचआईवी स्थिति के बारे में जानें, एचआईवी पीड़ित सभी 90% लोग स्थायी एंटीरोट्रोवाइरल चिकित्सा प्राप्त करें तथा एंटीरेट्रोवाइरल चिकित्सा प्राप्त करने वाले सभी 90% लोगों में वायरल रोकथाम हो।

2018 तक कुष्ठ रोग, 2017 तक कालाजार व ‘लिम्फेटिक फाइलेरिएसिस’ (Lymphatic Filarisais) तथा वर्ष 2025 तक क्षयरोग का उन्मूलन करना।

हृदवाहिका रोग, कैंसर, मधुमेह या सांस के पुराने रोगों से होने वाली अकाल मृत्यु को 2025 तक 25% कम करना।