वीटी कृष्णमाचारी समिति

वीटी कृष्णचारी समिति की स्थापना 1961 में की गई थी, जिसे जिला और ब्लॉक स्तर पर लोकतांत्रिक संस्थानों की शुरुआत से सम्बंधित मुद्दे पर सिफारिश करना था।

समिति ने 1962 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। रिपोर्ट के अनुसार, पीआरआई के गठन के पश्चात निम्नलिखित से सम्बंधित मुद्दें उभरे-

  • जनशक्ति और अन्य संसाधनों के पूर्ण उपयोग के लिए न्यूनतम बुनियादी सुविधाएं।
  • ब्लॉक विकास योजनाओं की तैयारी और कार्यान्वयन।
  • जिला विकास योजनाओं की तैयारी और कार्यान्वयन।
  • भूमि सुधार कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के माध्यम से ग्राम के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की सहायता करना।
  • सहकारी समितियों और ग्रामीण उद्योगों का विकास करना।
  • शिक्षा, वयस्क साक्षरता, ग्रामीण स्वच्छता आदि के लिए सुविधाओं का विकास करना।
  • मुद्दों के समाधान के लिए तखतमल जैन की अध्यक्षता में एक अध्ययन समूह का गठन किया गया। समिति की सिफारिशें मुख्य रूप से स्थानीय निकायों को मजबूत करने और सहभागी योजना को बढ़ावा देने पर केंद्रित थीं।