विश्व एंटीबायोटिक जागरूकता कार्यक्रम

एंटीबायोटिक प्रतिरोध के प्रसारण और उससे आगे होने वाले आपातकाल से बचने के लिए एंटीबायोटिक प्रतिरोध (एएमआर) के बारे में वैश्विक जागरुकता बढ़ाने और सामान्य जनता, स्वास्थ्य कर्मियों एवं नीति निर्माताओं के बीच सर्वाेत्तम पद्धतियों को प्रोत्साहित करने के लिए हर नवंबर में मनाया जाता है। एंटीबायोटिक्स बहुमूल्य संसाधन हैं, इसलिए उसका सेवन करने से पहले पर्याप्त सलाह लेना महत्वपूर्ण है। यह सुनिश्चित करता है कि आप और आपके परिवार को सबसे बेहतर उपचार मिलेगा तथा एंटीबायोटिक दवाओं के सही उपयोग के माध्यम से एंटीबायोटिक प्रतिरोध को कम करने में भी मदद मिलेगी। एंटीबायोटिक प्रतिरोध विश्व में हर जगह दिखाई दे रहा है तथा यह संक्रामक रोगों के उपचार को प्रभावित कर रहा है। अधिकांश संक्रमण जैसे कि निमोनिया, ट्यूबरक्लोसिस/क्षय रोग/तपेदिक और गोनोरिया का उपचार मुश्किल हो गया है, क्योंकि इनके उपचार हेतु उपयोग की जाने वाले एंटीबायोटिक अब कम प्रभावी हो गयी हैं। जब माइक्रो ऑर्गनिज्म (जैसे कि बैक्टीरिया, कवक, वायरस और परजीवी), एंटीमाइक्रोबियल दवाओं (जैसे कि एंटीबायोटिक, एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटीमलेरीयल्स और एंथेमिलिंटिक्स) के संपर्क में आने पर बदल जाते हैं, तब इसे एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध कहा जाता है। माइक्रो ऑर्गनिज्म, जो कि एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध विकसित करते हैं, उन्हें कभी-कभी ‘सुपरबग’ कहा जाता है।