7 जून, 2022 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर भारतीय खाद्यसुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा राज्य खाद्यसुरक्षा सूचकांक 2021-22 जारी किया गया।
उद्देश्यः राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपने अधिकार क्षेत्र में एक उचित खाद्यसुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करना। साथ ही इस क्षेत्र में कार्य करने और अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए उन्हें बढ़ावा देना है।
| सूचकांक के मापदंड | |
| संकेतक | भारंश |
| उपभोक्ता सशक्तिकरण | 20 प्रतिशत |
| प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण | 10 प्रतिशत |
| खाद्य की जांच करने वाली अवसंरचना और निगरानी | 20 प्रतिशत |
| अनुपालन | 30 प्रतिशत |
| मानव संसाधन और संस्थागत आंकड़े | 20 प्रतिशत |