ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी रिपोर्ट

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है।

  • सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (Community Health Centers-CHCs) में लगभग 80% जरूरी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की कमी है।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदुः रिपोर्ट बताती है कि CHC में जिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है, उनमें सर्जन (83.2%), प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ (74.2%), चिकित्सक (79.1%) और बाल रोग विशेषज्ञ (81.6%) शामिल हैं।

  • CHC में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या 2005 में 3,550 थी, जो 2022 में 25% बढ़कर 4,485 हो गई है।
  • हालांकि, CHC की संख्या बढ़ने के साथ, इन केंद्रों के संचालन के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती भी जरूरी है।

रिपोर्ट की प्रमुख सिफारिशें

  • विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा, महिला स्वास्थ्य कर्मियों और सहायक नर्सिंग दाइयों की भी कमी है, जिनमें से 4% पद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों में खाली पड़े हैं।
  • नर्सिंग कार्य में लगे व्यक्तियों को भी सर्जरी के लिए आवश्यक सहायक प्रक्रियाओं में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
  • प्रत्येक CHC की आवश्यकता के अनुसार आउटसोर्सिंग और सहायक सेवाएं प्रदान करने के लिए धन उपलब्ध कराया जाना चाहिए।