नैनो बबल प्रौद्योगिकी
- नैनो बबल प्रौद्योगिकी (Nano Bubble Technology) एक जल उपचार पद्धति है, जिसमें पानी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए छोटे बुलबुलों का उपयोग किया जाता है।
- यह प्रदूषकों को हटाने, घुलित ऑक्सीजन को बढ़ाने, बायोफिल्म को कम करने और फाइटोप्लांकटन (शैवाल) को हटाने में मदद करती है।
- यह प्रौद्योगिकी पारंपरिक प्रणालियों की तुलना में ऑक्सीकरण और कीटाणुशोधन में सुधार करती है।
- राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों में जल निकायों का प्रबंधन वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के अनुरूप किया जाता है।
- केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण चिड़ियाघर मान्यता नियम, 2009 के अंतर्गत बंदी जलीय जानवरों के लिए स्वच्छता और स्वास्थ्य मानकों को लागू करता ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जलवायु-सहिष्णु कृषि तकनीकों की दिशा में प्रयास
- 2 पर्यटन स्थलों के माध्यम से रोज़गार सृजन
- 3 गैस-आधारित विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु सरकारी प्रयास
- 4 भूजल स्तर में गिरावट
- 5 बीड़ी श्रमिकों का कल्याण
- 6 कपड़ा उद्योग के लिए नई योजना
- 7 नई जहाज निर्माण और मरम्मत नीति
- 8 भारतीय औषधि निर्यात
- 9 मृदा उर्वरता मानचित्रण
- 10 सहकार मित्र इंटर्नशिप योजना