चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री मार्ग
एचबीएल इंडिया और रूस (HBL India and Russia) चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री मार्ग स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
- इसके आरंभ होने पर परिवहन समय 32 दिन से घटकर 12 दिन और लागत लगभग 30% कम होने की संभावना है। इस समुद्री मार्ग के परिणामस्वरूप भारत तथा रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र के मध्य सहयोग को गति मिल सकेगी।
- वर्ष 2019 में रूस की यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री ने व्लादिवोस्तोक बंदरगाह और चेन्नई बंदरगाह के मध्य समुद्री संचार के विकास पर एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए थे।
- यह ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 रूस ने तालिबान सरकार को औपचारिक मान्यता दी
- 2 भारत-सऊदी अरब के बीच सहयोग को नई मजबूती
- 3 अमेरिका ने TRF को आतंकवादी संगठन घोषित किया
- 4 भारत-चीन ने एलएसी स्थिति की समीक्षा की
- 5 फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस
- 6 ब्लू नाइल नदी
- 7 सीरिया
- 8 भारत एवं ब्रिटेन के मध्य व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौता (CETA)
- 9 भारत का कुल विदेशी व्यापार
- 10 फ्रांस एवं ब्रिटेन ने ऐतिहासिक परमाणु समन्वय संधि पर हस्ताक्षर किए

- 1 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मिस्र यात्रा
- 2 सूरीनाम में भारतीयों के आगमन की 150वीं वर्षगांठ
- 3 भारत-संयुक्त राष्ट्र सतत विकास सहयोग ढांचा
- 4 वैश्विक डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर सम्मेलन
- 5 ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक
- 6 वियना घोषणा और कार्य योजना की 30वीं वर्षगांठ
- 7 इंटरसोलर यूरोप-2023
- 8 संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना की 75वीं वर्षगांठ
- 9 माली