भारत एवं रूस के मध्य 'रसद पारस्परिक आदान-प्रदान समझौता' मसौदा
हाल ही में रूस ने ‘भारत-रूस आपसी रसद समझौते’ (India-Russia Mutual Logistics Agreement) के मसौदे को मंजूरी दे दी है, जिससे इस समझौते के अंतिम रूप से संपन्न होने का रास्ता साफ़ हो गया है।
- एक बार लागू किए जाने के पश्चात यह 5 वर्षों के लिए वैध होगा और किसी भी पक्ष द्वारा इसे समाप्त न किये जाने तक यह स्वतः नवीनीकृत होता रहेगा।
- यह रसद पारस्परिक आदान-प्रदान समझौता (Reciprocal Exchange of Logistics Agreement : RELOS) भारत और रूस के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए एक प्रशासनिक व्यवस्था होगा।
- भारत-रूस रसद पारस्परिक आदान-प्रदान समझौता, सैन्य रसद सहायता को सुव्यवस्थित ....
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