मृदा कार्बन पृथक्करण द्वारा जलवायु परिवर्तन का न्यूनीकरण
हाल ही में, इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी-एरिड ट्रॉपिक्स (International Crops Research Institute for The Semi-Arid Tropics - ICRISAT) ने एक मॉडलिंग अध्ययन प्रकाशित किया है। इस मॉडलिंग अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन को कम करने में मृदा कार्बन पृथक्करण (Soil Carbon Sequestration) मदद कर सकता है।
अध्ययन के मुख्य निष्कर्ष
- मृदा कार्बन पृथक्करण: इस मॉडलिंग अध्ययन में पाया गया कि उर्वरक, बायोचार (biochar) और सिंचाई का सही संयोजन मृदा कार्बन पृथक्करण (Soil Carbon Sequestration) को 300 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
- इस अध्ययन में उर्वरकों के इष्टतम उपयोग से कार्बन में वृद्धि के साथ-साथ उत्पादन में 30 प्रतिशत ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौता
- 2 IBCA की पहली सभा का आयोजन
- 3 तीसरा संयुक्त राष्ट्र महासागर सम्मेलन (UNOC3)
- 4 भागीरथी इको सेंसिटिव ज़ोन (BESZ)
- 5 30x30 लक्ष्य
- 6 ग्लेशियर संरक्षण पर उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 7 हाल ही में चर्चा में रही महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 8 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 9 भारत का पहला ध्रुवीय अनुसंधान पोत
- 10 एनवीस्टैट्स इंडिया 2025: पर्यावरण सांख्यिकी