आपदा जोखिम चेतावनी प्रणाली : कवचम
21 जनवरी, 2025 को केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने एक आपदा जोखिम चेतावनी प्रणाली ‘कवचम’ (KaWaCHAM) का अनावरण किया।
- कवचम का पूरा नाम ‘केरल चेतावनी, संकट एवं खतरा प्रबंधन प्रणाली’ (Kerala Warnings Crisis and Hazards Management System) है।
- वित्तपोषण:राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और विश्व बैंक द्वारा।
- संचालन: राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र द्वारा।
- कार्य क्षेत्र: यह तालुका (उपजिला) स्तर पर सभी संवेदनशील क्षेत्रों को कवर करेगा।
- यह राष्ट्रीय चक्रवात जोखिम शमन परियोजना (National Cyclone Risk Mitigation Project-NCRMP) के भाग के रूप में विकसित किया गया है।
- इस परियोजना के अंतर्गत तटीय राज्यों में पूर्व चेतावनी प्रणालियां स्थापित की जाती हैं। इस परियोजना ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 वूली फ्लाइंग स्क्विरल के अस्तित्व का पहला फोटोग्राफिक साक्ष्य
- 2 पोप्स पिट वाइपर: पूर्वोत्तर भारत का एक घातक सांप
- 3 अगस्त्यमलाई भू-दृश्य में केंद्रीय सशक्त समिति को सर्वेक्षण का आदेश
- 4 “सिमिलीपाल” भारत का 107वां राष्ट्रीय उद्यान
- 5 शेर के लिए IUCN का पहला ग्रीन स्टेटस असेसमेंट
- 6 हिमालयी उच्च ऊंचाई वायुमंडलीय एवं जलवायु अनुसंधान केंद्र
- 7 वैश्विक कोरल ब्लीचिंग संकट: 84% प्रवाल भित्तियाँ प्रभावित
- 8 पार्टिकुलेट मैटर ट्रेडिंग योजना से प्रदूषण में गिरावट
- 9 पत्तियों द्वारा हवा में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक्स का अवशोषण
- 10 भारत में धरातलीय ओज़ोन प्रदूषण का खाद्य फसलों पर गंभीर प्रभाव
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 सस्टेनेबल सर्कुलरिटी पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
- 2 भारत के 4 नए रामसर स्थल
- 3 इंदौर और उदयपुर आर्द्रभूमि शहर प्रमाणन की सूची में शामिल
- 4 अपर-करनाली जलविद्युत परियोजना
- 5 भारत की अक्षय ऊर्जा क्रांति
- 6 डिजिटल वृक्ष आधार पहल
- 7 भारत का प्रथम जैविक मत्स्य पालन क्लस्टर
- 8 मियावाकी तकनीक द्वारा प्रयागराज में घने जंगलों का विकास
- 9 भारत स्वच्छ प्रौद्योगिकी विनिर्माण प्लेटफॉर्म
- 10 इंडो-बर्मी पैंगोलिन
- 11 मीठे पानी के एक चौथाई जानवर विलुप्त होने के खतरे में