भारत में गोल्डन लंगूर की आबादी का अनुमान
प्राइमेट रिसर्च सेंटर एनई इंडिया (PRCNE), असम वन विभाग, बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल, सलीम अली सेंटर फॉर ऑर्निथोलॉजी एंड नेचुरल हिस्ट्री (SACON) तथा कंजर्वेशन हिमालय के व्यापक जनसंख्या अनुमान के अनुसार, भारत में अनुमानित रूप से 7,396 सुनहरे (Golden) लंगूर हैं।
- गोल्डन लंगूर का वैज्ञानिक नाम ट्रेचीपिथेकसगी (Trachypithecus geei) है।
- गोल्डन लंगूरों को उनके फर के रंग के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है, जिसके आधार पर ही उनका नाम रखा गया है। उनका फर मौसम के अनुसार रंग बदलता है।
- ये असम (भारत) और पड़ोसी भूटान में पाए जाते हैं।
- वे जिस क्षेत्र में निवास करते हैं, वह चार भौगोलिक स्थलों से ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 ट्रांस-फैट्स
- 2 ब्रिक्स ऊर्जा मंत्रियों की बैठक
- 3 प्रोजेक्ट SeaCURE
- 4 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण वनस्पति एवं जंतु प्रजातियां
- 5 हाल ही में चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण संरक्षित क्षेत्र
- 6 पूर्वोत्तर भारत का पहला भूतापीय उत्पादन कुआं
- 7 BRS कन्वेंशंस के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoP)
- 8 ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
- 9 लद्दाख में हिम तेंदुए से संबंधित अध्ययन
- 10 हेसरघट्टा घासभूमि संरक्षण रिजर्व
पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी
- 1 राष्ट्रीय डॉल्फि़न अनुसंधान केंद्र (NDRC)
- 2 फ़िशिंग गियर के कारण खतरे में राइट व्हेल
- 3 टैनियोगोनालोस दीपकीः ततैया की नई प्रजाति
- 4 यूस्कॉर्पियोप्स क्रेचन
- 5 आइसोपॉड की नई प्रजाति ब्रूसथोआ इसरो
- 6 बटरफ्लाई सिकाडा की नई प्रजाति
- 7 मैग्नेटोफॉसिल्स तलछट की खोज
- 8 कोरल रीफ वॉच प्रोग्राम
- 9 अर्थ ऑवर 2024
- 10 प्रवाल भित्तियों के लिए समुद्री खीरे का महत्त्व
- 11 ब्लू लीडर्स उच्च-स्तरीय कार्यक्रम