आइसक्यूब न्यूट्रिनो वेधशाला एवं ताऊ न्यूट्रिनो
अंटार्कटिका में ‘आइसक्यूब न्यूट्रिनो वेधशाला’ के डेटा का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों का यह दावा है कि उन्हें संभावित रूप से खगोलीय ताऊ न्यूट्रिनो (Tau Neutrinos) कणों का पहला प्रमाण मिला है। ताऊ न्यूट्रिनो को खोजना अत्यधिक कठिन है, इसीलिए उन्हें ‘घोस्ट पार्टिकल्स’ कहा जाता है।
- वैज्ञानिकों ने ताऊ न्यूट्रिनों की पुष्टि से संबंधित निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए 2011 से 2020 तक आइसक्यूब न्यूट्रिनो वेधशाला के डेटा का उपयोग किया। आइसक्यूब न्यूट्रिनो वेधशाला पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित एक वैज्ञानिक उपकरण है, जो न्यूट्रिनो नामक उपपरमाण्विक कणों (Subatomic Particles) का पता लगाता है।
- आइसक्यूब न्यूट्रिनो वेधशाला का निर्माण ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 हंस-3 (NG) के निर्माण हेतु निजी फर्म के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण
- 2 भारत द्वारा डायरेक्टेड एनर्जी वेपन सिस्टम का परीक्षण
- 3 चीन द्वारा गैर-परमाणु हाइड्रोजन बम का परीक्षण
- 4 स्क्रैमजेट इंजन विकास में महत्वपूर्ण उपलब्धि
- 5 देश का पहला क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (QKD) ट्रांसमिशन
- 6 रेडियोधर्मी पदार्थों का पता लगाने की एक नई तकनीक
- 7 गूगल का टेंसर प्रोसेसिंग यूनिट (TPU) “आयरनवुड”
- 8 भारत का पहला फुल-स्टैक क्वांटम कंप्यूटिंग सिस्टम
- 9 विलुप्त हो चुके डायर वुल्व्स का पहला सफल डी-एक्सटिंक्शन
- 10 पृथ्वी की ध्रुवीय कक्षा के ऊपर मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन