इंटरस्टेलर डस्ट ग्रेन

हाल ही में भारतीय खगोलभौतिकी संस्थान (IIA), बेंगलुरु के खगोलविदों की एक टीम ने पहली बार यह प्रमाण प्रस्तुत किया है कि हमारी आकाशगंगा में अंतरतारकीय धूलकण (Interstellar Dust Grains) किस प्रकार चुंबकीय क्षेत्रों (Magnetic Fields) के अनुरूप स्वयं को व्यवस्थित (Align) करते हैं।

  • ये धूलकण ग्रेन लाल दानव (Red giants) जैसे तारों की ठंडी बाहरी परतों में बनते हैं, जो सामान्यतः कुछ माइक्रोमीटर आकार के होते हैं और मुख्यतः सिलिकेट तथा कार्बनिक पदार्थों (Carbonaceous Material) से बने होते हैं।
  • ये विकिरण दबाव, तारकीय पवनों या तारकीय विस्फोटों के माध्यम से अंतरिक्ष में मुक्त होते हैं।
  • ये न केवल आकाशगंगा बल्कि अन्य गैलेक्सियों ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी