बंगाल: भारतीय स्वतंत्रता के लिए युवा चेतना
- 1905 से 1930 के दशक के बीच भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में क्रांतिकारी विचारधारा और उत्साह का उभार हुआ।
- इस दौर में युवा, जो शिक्षित, उत्साही और स्वतंत्रता के प्रति समर्पित थे, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- यंग बंगाल आंदोलन भारत के राष्ट्रीय जागरण और स्वतंत्रता की इच्छा के लिए एक उत्प्रेरक बना।
- इस आंदोलन ने स्वतंत्रता, स्वराज और सांस्कृतिक गौरव के विचारों का प्रसार किया, जिससे भारतीयों में स्वतंत्रता की चेतना बढ़ी।
- यंग बंगाल आंदोलन का प्रभाव बंगाल से आगे बढ़कर पूरे देश में महसूस किया गया।
- बंगाल विभाजन (1905): वायसराय लॉर्ड कर्जन ने धार्मिक और सांप्रदायिक आधार पर बंगाल का विभाजन किया। इस विभाजन से ....
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पत्रिका सार
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- 2 रानी अब्बक्का
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- 4 के केलप्पन: एक समर्पित स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक
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