“कोल्ड पूल” का समुद्र की सतह पर प्रभाव

हाल ही में अमेरिका के सिएटल स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के शोधकर्ताओं ने समुद्र की सतह पर कोल्ड पूल्स (Cold Pools) के पड़ने वाले प्रभावों पर एक अध्ययन प्रकाशित किया है।

कोल्ड पूल

  • उष्णकटिबंधीय (Tropics)) क्षेत्रों में वर्षा प्रायः बड़े बादलों तथा ठंडी, शुष्क वायु-समूहों (Air Masses) के साथ होती है।
  • जब बारिश होती है, तो बादलों से गिरने वाली बूंदें हवा में वाष्पित (Evaporate) होने लगती हैं।
  • इस वाष्पीकरण की वजह से आसपास की हवा ठंडी हो जाती है। यह ठंडी हवा भारी होती है, इसलिए यह तेजी से नीचे आने लगती है और जमीन तक पहुँचकर चारों दिशाओं में फैलने ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी