राज्यों को खनिज समृद्ध भूमि पर कर लगाने का असीमित अधिकार
25 जुलाई, 2024 को सर्वोच्च न्यायालय की 9 न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने एक महत्वपूर्ण निर्णय में राज्यों को अपनी भूमि से खनिजों के निष्कर्षण पर रॉयल्टी लगाने के अधिकार को बरकरार रखा और कहा कि वे उन भूमि-खंडों पर भी कर लगा सकते हैं, जिनमें खदानें (Mines) और उत्खनन स्थल (Quarries) शामिल हैं।
- वाद का शीर्षक: खनिज क्षेत्र विकास प्राधिकरण आदि बनाम भारतीय इस्पात प्राधिकरण एवं अन्य (Mineral Area Development Authority etc vs Steel Authority of India and ors)।
- सर्वोच्च न्यायालय ने 8:1 के बहुमत से निर्णय देते हुए कहा कि खनन भूमि पर कर लगाने की राज्य विधानसभाओं की शक्ति ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 सीबीएसई का बड़ा कदम: स्कूलों में ‘शुगर बोर्ड’ अनिवार्य
- 2 रोहिंग्याओं से संबंधित मामलों का निपटान विदेशी अधिनियम के तहत
- 3 नए मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) का उद्घाटन
- 4 नीति फ्रंटियर टेक हब (NITI-FTH) द्वारा उच्च-स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
- 5 'राष्ट्रीय कर्मयोगी - व्यापक जन सेवा कार्यक्रम' के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम
- 6 युग्म नवाचार सम्मेलन
- 7 वन भूमि के गैर-वानिकी आवंटन पर राज्य एसआईटी गठित करें: सुप्रीम कोर्ट
- 8 ‘DNTs के आर्थिक सशक्तीकरण की योजना’ के क्रियान्वयन की समीक्षा
- 9 समावेशी भारत शिखर सम्मेलन 2025
- 10 कोझिकोड को WHO की "एज-फ्रेंडली सिटीज़ नेटवर्क" में स्थान

- 1 राज्य SC सूची में छेड़छाड़ नहीं कर सकते: सुप्रीम कोर्ट
- 2 CIC के पास पीठ गठित करने और नियम बनाने का अधिकार
- 3 फिल्मों में विकलांगता के चित्रण पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
- 4 तलाकशुदा मुस्लिम महिलाएं भरण-पोषण का दावा करने की हकदार
- 5 जीएम सरसों को मंजूरी देने पर सुप्रीम कोर्ट का विभाजित निर्णय
- 6 PMLA के तहत गिरफ्तारी पर सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी
- 7 सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों और उच्च न्यायालयों से ग्राम न्यायालयों पर रिपोर्ट मांगी
- 8 नीति आयोग का पुनर्गठन
- 9 पीएम-एसटीआईएसी की 25वीं बैठक
- 10 CBI जांच के खिलाफ प. बंगाल का मुकदमा विचारणीय: सुप्रीम कोर्ट
- 11 राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के भीतर रिपोर्टिंग संबंधों का पुनर्गठन