पैठणी साड़ियाँ
27 जुलाई, 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पैठणी साड़ियों की पारंपरिक शिल्प कौशल की प्रशंसा की और विशेष रूप से महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के पैठन की कविता धवले के योगदान की सराहना की।
- उत्पत्तिः इसकी उत्पत्ति ईसा पूर्व 6ठी शताब्दी मानी जाती है।
- उद्गम स्थलः पैठणी साड़ियाँ छत्रपति संभाजीनगर जिले के पैठण कस्बे, जो गोदावरी नदी के किनारे स्थित है_ से उत्पन्न एक विशिष्ट और पारंपरिक परिधान हैं।
वर्णन एवं विशेषताएं
- पैठणी को ‘महाराष्ट्र का महावस्त्र’ भी कहा जाता है।
- यह साड़ी शुद्ध रेशम और सोने की जरी से बुनी जाती है और ....
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