भौगोलिक परिचय

पूरी तरह उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत की मुख्यभूमि 8 डिग्री 4 मिनट और 37 डिग्री 6 मिनट उत्तरी अक्षांश और 68 डिग्री 7 मिनट और 97 डिग्री 25 मिनट पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है। उत्तर से दक्षिण तक इसकी अधिकतम लंबाई 3,214 कि.मी. और पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 2,933 कि.मी. है। भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी. है। इसकी जमीनी सीमाओं की लंबाई लगभग 15,200 किमी है। जबकि मुख्यभूमि, लक्षद्वीप और अण्डमान तथा निकोबार द्वीपसमूह की तटरेखा की कुल लंबाई 7,516.6 किमी है।

  • स्थानः हिमालय द्वारा भारतीय पेनिंसुला की मुख्य भूमिको एशिया से अलग किया गया है। देश पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्द महासागर से घिरा हुआ है।
  • भौगोलिक समन्वयः यह पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध में स्थित है, देश का विस्तार 8°4’ और 37°6’ अक्षांश पर इक्वेटर के उत्तर में, और 68°7’ और 97°25’ देशान्तर पर है।
  • स्थानीय मानक समयः जी एम टी + 05:30
  • देश का टेलीफोन कोड - +91
  • सीमाओं में स्थित देशः उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान और पाकिस्तान; भूटान और नेपाल उत्तर में; म्यांमार पूरब में, और पश्चिम बंगाल के पूरब में बांग्लादेश। श्रीलंका भारत से समुद्र के संकीर्ण नहर द्वारा अलग किया जाता है जो पाक स्ट्रेट और मन्नार की खाड़ी द्वारा निर्मित है।
  • समुद्रतटः 7,516-6 किलोमीटर जिसमें मुख्य भूमि, लक्षद्वीप, और अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह शामिल है। भारत की जलवायु को मोटे तौर पर उष्णकटिबंधीय मानसून के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है परंतु भारत का अधिकांश उत्तरी भाग उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के बाहर होने के बावजूद समग्र देश में उष्णकटिबंधीय जलवायु है जिसमें उपेक्षाकृत उच्च तापमान और सूखी सर्दी पड़ती है। चार मौसम हैः
  • जलवायु
    1. सर्दी (दिसम्बर-फरवरी)
    2. गर्मी (मार्च-जून)
    3. दक्षिण पश्चिम मानसून का मौसम (जून-सितम्बर)
    4. मानसून पश्च मौसम (अक्टूबर-नवम्बर)
  • भूभागः मुख्य भूमि में चार क्षेत्र हैं नामः ग्रेट माउन्टेन जोन, गंगा और सिंधु का मैदान, रेगिस्तान क्षेत्र और दक्षिणी प्रायद्वीप।
  • प्राकृतिक संसाधनः कोयला, लौह अयस्क, मैगनीज अयस्क, माइका, बॉक्साइट, पेट्रोलियम, टाइटानियम अयस्क, क्रोमाइट, प्राकृतिक गैस, मैग्नेसाइट, चूना पत्थर, अराबल लेण्ड, डोलोमाइट, माऊलिन, जिप्सम, अपादाइट, फोसफाराइट, स्टीटाइल, फ्रलोराइट आदि।
  • पर्यावरण वर्तमान मुद्देः वायु प्रदूषण नियंत्रण, ऊर्जा संरक्षण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तेल और गैस संरक्षण, वन संरक्षण, आदि।
  • पर्यावरण-अंतरराष्ट्रीय करारः पर्यावरण और विकास पर रियो की घोषणा, जैव सुरक्षा पर कार्टाजेना प्रोटोकॉल, जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राज्य ढांचागत कार्य सम्मेलन के लिए क्योटो प्रोटोकॉल, विश्व व्यापार करार, नाइट्रोजन ऑक्साइट के सल्फर उत्सर्जन
  • को कम करने पर उनके ट्रांस बाउन्ड्री फ्रलेक्सेस (नॉन प्रोटोकॉल) पर एल ओर टी ए पी हेन्सिंकी प्रोटोकॉल, वोलाटाइल ऑरगनिक सम्मिश्रण या उनके ट्रांस बाऊन्ड्री फलाक्सेस (वीवीसी प्रोटोकॉल) के उत्सर्जन से संबंधित एल और टी ए पी के लिए जेनेवा प्रोटोकॉल।
  • नदियां: भारत की नदियों को चार भागों में बांटा गया है;
    1. हिमालय से निकलने वाली नदियां- सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र (अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं)
    2. दक्कन पठार से निकलने वाली नदियां - गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, महानदी (बंगाल की खाड़ी में) और नर्मदा, ताप्ती (अरब सागर में)। नर्मदा एवं ताप्ती दोनों नदियां रिफ्रट घाटी में पूर्व से पश्चिम की ओर प्रवाहित होती हैं।
    3. तटीय नदियां - छोटी-बड़ी लगभग 600 नदियां
    4. आंतरिक प्रवाह वाली नदियां - ये अधिकांशतः राजस्थान के मरुस्थल में प्रवाहित होती हैं।
  • वनस्पति - भारत वनस्पतिक विविधताओं में धनी है। भारत को 8 वनस्पतिक प्रदेशों में विभाजित किया गया है-
    1. पश्चिम हिमालय
    2. पूर्वी हिमालय
    3. असम
    4. सिंधु का मैदान
    5. गंगा का मैदान
    6. दक्कन
    7. मालाबार
    8. अंडमान।
  • वन संपदा संपन्नता के मामले में भारत एशिया में चौथे और विश्व में 10वें स्थान पर है।
  • भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग (कोलकाता), जो वनस्पति सर्वेक्षण का कार्य संभालती है, के अनुसार भारत में 89 हजार से अधिक किस्म के जीव-जंतु पाए जाते हैं।