नवोदय विद्यालय समिति

राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 1986 में देश के हर जिले में एक मॉडल स्कूल खोलने का प्रावधान किया गया था। इसी को ध्यान में रखकर एक योजना बनाई गई, जिसके अंतर्गत सहशिक्षा आवासीय विद्यालय (अब जवाहर नवोदय विद्यालय) खोलने का निर्णय लिया गया। माध्यमिक स्तर तक शिक्षा प्रदान करने वाले पूर्ण आवासीय सह-शिक्षा विद्यालय हैं। वर्ष 1985-86 में मात्र दो विद्यालयों के साथ प्रायोगिक रूप से शुरू की गई। इन दो विद्यालयों में से एक हरियाणा के झज्जर जिले में तथा दूसरा महाराष्ट्र के अमरावती में खोले गए थे। वर्तमान में लगभग सभी जिलों में नवोदय विद्यालय खुल गए हैं। प्रतिवर्ष 30,000 से अधिक छात्र इन विद्यालयों में प्रवेश लेते हैं। प्रवेश पाने वाले छात्रें में कम से कम एक तिहाई (33%) बालिकाएं होने का प्रावधान किया गया है। इस योजना का उद्देश्य राष्ट्र के वैसे प्रतिभाशाली छात्र, जिन्हें आर्थिक, सामाजिक व अन्य किसी गतिरोध के कारण उच्च स्तर की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती, उन्हें अच्छे स्तर की शिक्षा उपलब्ध कराना है।