भारतीय रिजर्व बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक सर्वोच्च मुद्रा.प्राधिकारी है जो देश में बैंकिंग प्रणाली के नियंत्रण के लिए जिम्मेदार है। उल्लेखनीय बात यह है कि 1 अप्रैल, 2018 को भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना का 83वां वर्ष मनाया गया। भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल, 1935 को की गई थी।

रिजर्व बैंक का केन्द्रीय कार्यालय प्रारंभ में कोलकाता में स्थापित किया गया था जिसे 1937 में स्थायी रूप से मुंबई में स्थानांतरित कर दिया गया। इसका राष्ट्रीयकरण 1 जनवरी, 1949 में किया गया। रिजर्व बैंक के एक गवर्नर और अधिकतम चार उप.गवर्नर होते हैं जिनकी नियुक्ति पांच वर्ष के लिए की जाती है।

प्रमुख कार्य

  • मूल्य स्थिरता बनाए रखने और उत्पादक क्षेत्रें को पर्याप्त ऋण उपलब्ध कराने हेतु मौद्रिक नीति तैयार करना, इसका कार्यान्वयन करना और उसकी निगरानी करना।
  • विदेशी मुद्रा का प्रबंधन।
  • मुद्रा जारी करने के साथ उसका विनिमय करना।
  • सरकार का बैंकर होना। इसके तहत केन्द्र और राज्य सरकारों के लिए यह व्यापारी बैंक की भूमिका अदा करता है तथा इनके बैंकर का भी कार्य करता है।
  • बैंकों के लिए बैंकर का कार्य करना।