राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017

  • एचआईवी/एड्सः 2020 के वैश्विक लक्ष्य को हासिल करना (इसे 90:90:90 लक्ष्य भी कहा गया है) इस लक्ष्य के तहत 90% लोग जो एचआईवी के साथ जिंदगी जी रहे हैं, वे 2020 तक खुद के एचआईवी स्टेट्स के बारे में जानकारी हासिल कर सकें। इसके साथ ही 90% वे लोग जो एचआईवी संक्रमण परीक्षण करवाते हैं, उनको समुचित थेरेपी मिल सके। इसके अलावा 90% वे लोग जो थैरेपी ले रहे हैं, वे समुचित जानकारी रख सकें और इसको आगे फैलने से रोकें।
  • 2018 तक कुष्ठ रोग, 2017 तक, काला अजर 2017 तक लिम्फेटिक फाइलेरियासिस (Lymphatic Filariasis) को समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया।
  • 2025 तक तपेदिक को समाप्त करनाः बलगम में रोग के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों के इलाज की दर 85% से अधिक बनाए रखना और नये मामलों में कटौती लाने का लक्ष्य।
  • अंधेपन की संभावना को कम करके 2025 तक 0.25/1000 पर लाना और बीमारी का बोझ वर्तमान स्तर से एक तिहाई पर लाने का लक्ष्य।
  • हृदय संबंधी बीमारियों, कैंसर, मधुमेह और सांस संबंधी गंभीर बीमारियों से होने वाली समय पूर्व मृत्यु को 2025 तक 25 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य।

पृष्ठभूमि

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज या यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यूएचसी) का मतलब है, सभी लोग और समुदाय निवारक, उपचारात्मक, पुनर्वास और उपशामक स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं, जो गुणवत्तापार्क और प्रभावी हो।

UHC की यह परिभाषा तीन संबंधित उद्देश्यों को पूरा करती हैः

स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में समानता: हर किसी को जिन सेवाओं की आवश्यकता है, उन्हें वह प्राप्त होनी चाहिए, न कि केवल उन लोगों के लिए जो उनके लिए भुगतान कर सकते हैं।

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता उन सेवाओं को प्राप्त करने वालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त होनी चाहिए_

यह सुनिश्चित करते हुए कि सेवाओं का उपयोग करने की लागत लोगों को वित्तीय नुकसान के जोखिम में नहीं डालती है, लोगों को वित्तीय-जोखिम से बचाया जाना चाहिए।

भारत में सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज

भारत सरकार, बारहवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि (2012-2017) के दौरान से ही सभी नागरिकों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने के प्रति प्रतिबद्ध है। योजना आयोग ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज पर एक उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समूह 'High Level Expert Group Report an Universal Health Coverage–(HLEGRUHC)' का गठन किया गया था। जबकि वित्तीय सुरक्षा की पहल का मुख्य उद्देश्य यूएचसी के वितरण की पर्याप्त स्वास्थ्य आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता, कुशल स्वास्थ्य कर्मचारियों की संख्या एवं वहनीय दवाओं तथा प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता की पहचान करना था।