उड़ान-2

‘‘व्यवसाय करने की सुगमता’’ एवं ‘‘आम लोगों के लिए इसे किफायती बनाने के द्वारा क्षेत्रीय एयर कनेक्टिविटी को सरल बनाने’’ से संबंधित सरकारी नीति के अनुरूप उड़ान-2 के तहत निम्नलिखित प्रमुख नीतिगत पहलें की गई हैं:

  • सुदूर क्षेत्र कनेक्टिविटी को विस्तारित करने के लिए प्राथमिकता क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना।
  • प्राथमिकता क्षेत्र का अर्थ है जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश एवं उत्तराखंड, पूर्वोत्तर क्षेत्र, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह तथा लक्षद्वीप समूह।
  • हेलीकॉप्टर सेवाओं को प्रोत्साहन प्रदान करना यानि इस योजना के तहत ही प्राथमिकता क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर सेवाओं को बढ़ावा देना।