विश्व स्वास्थ्य सभा का 72वां सम्मेलन

स्विट्जरलैंड की जिनेवा में 20-28 मई, 2019 के दौरान विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly) का 72वां सम्मेलनआयोजित किया गया। ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ (WHA), विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की निर्णय लेने वाली संस्था है।

विश्व चगास दिवसः बैठक के दौरान सदस्य राज्यों ने प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को ‘विश्व चगास दिवस’ (World Chagas Day), 17 सितंबर को ‘विश्व रोगी सुरक्षा दिवस’ (World Patient Safety Day) आयोजित करने पर सहमति व्यक्त की। साथ ही वर्ष 2020 को ‘नर्स और मिडवाइफ के वर्ष’ के रूप में नामित करने पर भी सहमति व्यक्त की गई।

चगास, एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी है, जिससे वर्तमान में 6 से 7 मिलियन लोग प्रभावित हैं। इस बीमारी का प्रभाव अधिकांशतः लैटिन अमेरिका में देखा गया है। इसका कारण ‘ट्राईपैनोसोमा क्रूजी’ (Trypanosoma cruzi) नामक परजीवी है।

विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक में स्वास्थ्य, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर एक नई वैश्विक रणनीति भी अपनाई गई। इसके अतिरिक्त सर्पदंश (snakebite) को संबोधित करने के लिए औपचारिक रूप से एक रणनीति की शुरुआत भी की गई। सदस्य राज्यों ने द्विवार्षिक 2020-2021 के लिए डब्ल्यूएचओ के प्रस्तावित बजट को भी मंजूरी दे दी।

सदस्य राज्यों ने 25 मई, 2019 को ‘रोगों और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के अंतरराष्ट्रीय सांख्यिकीय वर्गीकरण (International Statistical Clssaification of Disesaes and Related Health Problems-ICD)’ में 11वें संशोधन को अपनाने के लिए भी सहमति व्यक्त की। ये संशोधन 1 जनवरी, 2022 से लागू होंगे। यह वर्गीकरण (ICD) विश्व स्तर पर स्वास्थ्य एवं आंकड़ों के पहचान हेतु आवश्यक है तथा बीमारियों और स्वास्थ्य स्थितियों की रिपोर्टिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक भी है। आईसीडी, रोगों, विकारों, चोटों और अन्य संबंधित स्वास्थ्य स्थितियों को परिभाषित करता है।

आईसीडी का यह नया संस्करण पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक है तथा यह अधिक विवरण को रिकॉर्ड करने की अनुमति देता है, साथ ही इसे लागू करना व इसका उपयोग करना आसान है। सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अंतर्गत ‘सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज’ (UHC) के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए डब्ल्यूएचए के 72वें सत्र के दौरान 22 मई, 2019 को प्रतिनिधियों ने तीन संकल्पों पर सहमति व्यक्त की।

डिजीज-एक्स

  • डिजीज-एक्स (Disease X) एक अज्ञात बीमारी है, जिसे हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2018 की ब्लूप्रिंट प्रायोरिटी डिजीज (Blue Print Priority Disease) वार्षिक समीक्षा में ‘संभावित खतरनाक रोग’ (Potentially Dangerous Pathogen) की सूची में शामिल किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह बीमारी विश्व की लाखों आबादी को समाप्त करने में सक्षम है।
  • उल्लेखनीय है कि अभी तक डिजीज-एक्स के लिए उत्तरदायी कारकों का पता नहीं लगाया जा सका है। कारकों का पता न होने से इसका इलाज कैसे किया जाये, इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए ही इसे अज्ञात बीमारी कहा जा रहा है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यह बीमारी कभी भी वैश्विक महामारी का रूप ले सकती है। इस बीमारी को संभावित खतरनाक रोग सूची में शामिल करने का उद्देश्य विश्व भर के शोधकर्त्ताओं को इस अज्ञात बीमारी के बारे में जानने व इलाज खोजने के लिए सचेत करना है। इस सूची में पहले से ही इबोला, सार्स एवं जीका वायरस शामिल हैं।