प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम

प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम का प्रमुख लक्ष्य विभिन्न प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में विकसित/उभरते हुए क्षेत्रों तथा परंपरागत क्षेत्रों-दोनों में प्रौद्योगिकी विकास से जुड़ी गतिविधियों का समर्थन करना है।

लक्ष्यः चिह्नित किये गए क्षेत्रों में नई तकनीकों के विकास के लिए समर्थन प्रदान करना। वर्तमान तकनीक के प्रदर्शन और मूल्यवर्द्धन को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीक के अनुप्रयोग को प्रोत्साहन प्रदान करना। तकनीक विकास के क्षेत्र में क्षमता निर्माण।

टीडीपी के तहत प्रस्ताव प्रस्तावित क्षेत्र

  • उन्नत विनिर्माण प्रौद्यौगिकी (AMT);
  • अपशिष्ट प्रबंधन प्रौद्यौगिकी (WMT);
  • जैव-चिकित्सा उपकरण और प्रौद्योगिकी विकास कार्यक्रम (BDTD);
  • उपकरण विकास कार्यक्रम (DDP);
  • विद्युत मोबिलिटी के लिए डी एच आई-डीएसटी प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म (TPEM)।

ड्रग फार्मास्युटिकल्स रिसर्च प्रोग्राम (DPRP): राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बदलते आर्थिक, व्यापार और बौद्धिक संपदा परिदृश्य में विश्व स्तर पर और प्रतिस्पर्द्धी बनने की चुनौती है।