‘संयुक्त राष्ट्र महिला’

‘संयुक्त राष्ट्र महिला’जुलाई, 2010 में बनाई गई संयुक्त राष्ट्र की एक इकाई है, जो लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। इसका मुख्यालय अमेरिका के न्यूयार्क शहर में है।

उद्देश्य

‘संयुक्त राष्ट्र महिला’संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों को निर्धारित वैश्विक मानकों के अनुसार लैंगिक समानता प्राप्त करने के लिए सहायता करता हैं। यह सरकारों और नागरिक समाज के साथ काम कर मानकों को प्रभावी ढंग से लागू करना सुनिश्चित करता है, ताकि सही मायने में महिलाओं और लड़कियों को लाभान्वित किया जा सके।

  • मूल रूप से यह 4 रणनीतिक क्षेत्रों पर केंद्रित है- शासन प्रणाली में महिलाओं की भागीदारी, महिलाओं की अच्छी आय और कार्य सुरक्षा सुनिश्चित करना, महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को समाप्त करना तथा प्राकृतिक / मानव निर्मित आपदाओं को रोकने में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना।
  • संयुक्त राष्ट्र के चार संगठनों का विलय करके नई इकाई को ‘संयुक्त राष्ट्र महिला’ नाम दिया गया है। ये संगठन निम्नलिखित हैं:
  1. संयुक्त राष्ट्र महिला विकास कोष,
  2. महिला संवर्द्धन प्रभाग,
  3. लिंगाधारित मुद्दे पर विशेष सलाहकार कार्यालय,
  4. महिला संवर्द्धन हेतु संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय शोध और प्रशिक्षण संस्थान।

कार्य

  • अंतर-सरकारी निकायों को नीतियों, वैश्विक मानकों और मानदंडों के निर्माण में सहायता करना। सदस्य देशों में मानकों को लागू करने में मदद करना एवं उन देशों को उपयुक्त तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करना, जो इसके लिए अनुरोध करते हैं।
  • नागरिक समाज के साथ प्रभावी साझेदारी बनाना। लैंगिक समानता पर संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के काम का नेतृत्व और समन्वय करना।
  • नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र महिला कार्यालय समन्वय 4 देशों - भारत, भूटान, मालदीव और श्रीलंका से सम्बंधित महिलाओं के मुद्दों पर सहयोग करता है।
  • यह राजनीति में महिला नामक रिपोर्ट प्रकाशित करता है, जो राष्ट्रीय संसद में महिलाओं की भागीदारी के आधार पर देशों को रैंक करती है। नवीनतम रिपोर्ट (2019) के अनुसार, संसद में 12.6% महिलाओं की भागीदारी, जो 191 देशों में 149वें स्थान है।