चंद्रमा के डगमगाने का प्रभाव

नासा के शोधकर्ताओं द्वारा एक नये अध्ययन के अनुसार 2030 के दशक के मध्य में, संयुत्तफ़ राज्य अमेरिका के कई तटीय शहरों में चंद्रमा के डगमगाने (Moon's wobble) के कारण उच्च ज्वार की वृद्धि से बाढ़ का अनुभव होगा, जिससे मौजूदा जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते समुद्र के स्तर में और वृद्धि होगी।

महत्वपूर्ण तथ्यः नासा के अनुसार चंद्रमा का डगमगाना कोई नई या खतरनाक चीज नहीं है और इसे पहली बार 1728 में दर्ज किया गया था। यह एक नियमित दोलन है।

  • नए अध्ययन के अनुसार चंद्रमा का डगमगाना, चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव को प्रभावित करता है, जो पृथ्वी पर ज्वार का मुख्य कारण है।
  • चंद्रमा की कक्षा में डगमगाने की प्रक्रिया में लगभग 18.6 वर्ष लगते हैं। डगमगाने की प्रत्येक चक्रीय प्रक्रिया में पृथ्वी पर ज्वार को बढ़ाने और दबाने की शक्ति होती है। चक्र के पहले भाग में, पृथ्वी के नियमित दैनिक ज्वार दब जाते हैं और दूसरे भाग में ज्वार बढ़ जाते हैं।
  • 2030 के दशक के मध्य में जब चंद्रमा चक्र के ज्वार-प्रवर्धक (tide-amplifying) भाग में आएगा तो यह पहले से ही बढ़े हुए वैश्विक समुद्र स्तर पर प्रभाव डालेगा और लगभग पूरे अमेरिका में बाढ़ का कारण बनेगा।
  • उच्च ज्वार से जुड़ी इस बाढ़ को उपद्रव बाढ़ या धूप बाढ़ (nuisance floods or sunny day floods) के रूप में भी जाना जाता है जो क्लस्टर में हो सकती है और महीनों तक या लंबी अवधि तक भी रह सकती है।

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