अल्फाजीनोम AI मॉडल
- हाल ही में गूगल डीपमाइंड ने अल्फाजीनोम नाम से एक नया एआई मॉडल लॉन्च किया है।
- यह मानव डीएनए में होने वाले व्यक्तिगत उत्परिवर्तनों (Mutation) का सटीक अनुमान लगाने में सक्षम है और यह बताता है कि ये परिवर्तन मानव स्वास्थ्य और जैविक कार्यों को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं।
- यह गूगल डीपमाइंड के पहले जीनोमिक्स मॉडल ‘एनफॉर्मर’ पर आधारित है और ‘अल्फाएमिससेंस’ का पूरक है।
- अल्फाएमिससेंस प्रोटीन-कोडिंग डीएनए हिस्सों में बदलावों के प्रभाव को वर्गीकृत करने में दक्ष है, जबकि अल्फाजीनोम इससे आगे जाकर बड़े डीएनए अनुक्रमों (लगभग 10 लाख बेस पेयर तक) का विश्लेषण कर सकता है ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री

- 1 स्टेप-एंड-शूट स्पॉट-स्कैनिंग प्रोटॉन आर्क थेरेपी
- 2 भारत की प्रथम जीन-संपादित भेड़
- 3 एपिजेनेटिक प्रोग्रामिंग से मातृविहीन चूहों का जन्म
- 4 स्वदेशी रूप से विकसित भारत की पूर्वानुमान प्रणाली
- 5 ब्रह्मांड के “अज्ञात सामान्य द्रव्य” की खोज
- 6 त्वचा रोग वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता
- 7 पृथ्वी का तापमान कम करने हेतु स्ट्रेटोस्फेरिक एरोसोल इंजेक्शन का उपयोग
- 8 भारतीय भाषाओं हेतु पहला स्वदेशी एआई “भारत जेन”
- 9 क्वांटम एंटेंगलमेंट आधारित फ्री-स्पेस कम्युनिकेशन
- 10 स्वदेशी UAV “रुद्रास्त्र”
- 11 चर्चा में रहे महत्त्वपूर्ण रक्षा उपकरण
- 12 वेगोवी
- 13 लेजर हथियार का युद्ध में सफल परीक्षण करने वाला पहला देश
- 14 अर्जित प्रतिरक्षा (Acquired Immunity)
- 15 नैनोजाइम
- 16 शुकर जीन
- 17 AI रेडीनेस असेसमेंट मेथोडोलॉजी (RAM)
- 18 क्रायो-इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी (Cryo-EM)
- 19 स्टैटिन
- 20 फास्टैग (FASTag)
- 21 लेनाकैपाविर दवा
- 22 AI-संचालित स्मार्ट ट्रैफिक प्रणाली (ATMS)
- 23 ब्रह्मांड की अपनी पहली तस्वीरें
- 24 पर एंड पॉलीफ्लूरोएल्काइल पदार्थ (PFAS)