नीति निर्माण में अग्रणी प्रौद्योगिकियों की भूमिका पारदर्शिता, प्रभावशीलता और समावेशिता की नई नींव

5-6 जून, 2025 के मध्य नई दिल्ली में केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा 'नीति निर्माण में वैकल्पिक डेटा स्रोतों और अग्रणी प्रौद्योगिकियों के उपयोग' पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। नीति आयोग तथा विश्व बैंक के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में नीति निर्माण में अग्रणी प्रौद्योगिकियों (Frontier Technologies) की भूमिका को रेखांकित किया गया।

  • ऐसे समय में जब कृत्रिम बुद्धिमत्ता, बिग डेटा और भू-स्थानिक विश्लेषण जैसी अग्रिम प्रौद्योगिकियां विश्व भर में प्रशासनिक बदलाव का आधार बन रही हैं, भारत भी इन्हें अपनाकर अपनी नीतियों को अधिक उत्तरदायी, प्रभावी और समावेशी बना सकता है।

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

करेंट अफेयर्स के चर्चित मुद्दे