अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया महत्वपूर्ण खनिज समझौता
20 अक्टूबर 2025 को संयुक्त राज्य अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य दुर्लभ भू-तत्वों (Rare Earths) और अन्य क्रिटिकल मिनरल्स की आपूर्ति एवं प्रसंस्करण को बढ़ावा देना है।
- इस समझौते का लक्ष्य चीन पर निर्भरता कम करना और वैकल्पिक आपूर्ति श्रृंखलाएं विकसित करना है।
पृष्ठभूमि
- चीन का प्रभुत्व: वर्तमान में चीन वैश्विक दुर्लभ भू-तत्व खनन का लगभग 70% और इनके प्रसंस्करण क्षमता का 90% नियंत्रित करता है।
- रणनीतिक महत्व: ये खनिज रक्षा प्रणालियों, अर्धचालकों (semiconductors) और विद्युत वाहनों (EVs) के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
- कमज़ोरी: अमेरिकी कंपनियाँ चीनी प्रसंस्करण पर अत्यधिक निर्भर हैं, जिससे बढ़ते व्यापारिक ....
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