पांडुलिपियों के लिए राष्ट्रीय मिशन
- राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के तहत संपूर्ण भारत में 5.2 मिलियन पांडुलिपियों का दस्तावेजीकरण किया गया है।
- इस मिशन ने पांडुलिपियों के 90 मिलियन पुस्तकों को संरक्षित किया है।
- मिशन ने 3.5 लाख पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण किया है, जिसमें कुल 3.5 करोड़ पृष्ठ हैं।
- इसने 100 से अधिक संरक्षण कार्यशालाएँ आयोजित की हैं।
- मिशन के वेब पोर्टल पर लगभग 1.4 लाख पांडुलिपियाँ अपलोड की गई हैं, जिनमें से 75,000 पांडुलिपियाँ शोधकर्ताओं और जनता के लिए मुफ्त पहुंच के साथ उपलब्ध हैं।
- मिशन ने अपनी स्थापना के बाद से 100 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित की ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 जलवायु-सहिष्णु कृषि तकनीकों की दिशा में प्रयास
- 2 पर्यटन स्थलों के माध्यम से रोज़गार सृजन
- 3 गैस-आधारित विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु सरकारी प्रयास
- 4 भूजल स्तर में गिरावट
- 5 बीड़ी श्रमिकों का कल्याण
- 6 कपड़ा उद्योग के लिए नई योजना
- 7 नई जहाज निर्माण और मरम्मत नीति
- 8 भारतीय औषधि निर्यात
- 9 मृदा उर्वरता मानचित्रण
- 10 सहकार मित्र इंटर्नशिप योजना