अंतरिक्ष में मानव जीवन की संधारणीयता का अध्ययन
हाल ही में केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक ऐतिहासिक घोषणा की कि भारत BioE3 जैव प्रौद्योगिकी नीति के अंतर्गत, अंतरिक्ष में मानव जीवन की स्थिरता का अध्ययन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपना पहला जैविक प्रयोग करने जा रहा है।
- ये विशेष प्रयोग नासा (NASA), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) के सहयोग से किए जाएंगे।
- यह प्रयोग आगामी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन मिशन एक्सिओम-4 (AXIOM-4) के एक भाग के रूप में किए जाएंगे, जिसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला चालक दल के सदस्य होंगे।
इसमें 2 प्रयोग किए जाएंगे।
- पहला प्रयोग ....
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