ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF)
हाल ही में यूनाइटेड किंगडम स्थित नीति अनुसंधान संगठन, इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एनवायरनमेंट एंड डेवलपमेंट (IIED) ने पांच देशों के भागीदारों के साथ मिलकर ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी (GEF) से जैव विविधता निधि का विस्तृत विश्लेषण किया।
- इससे पता चला कि वनों, महासागरों और वन्यजीवों की रक्षा के लिए दिया जाने वाला पैसा प्रकृति के सबसे करीब रहने वाले लोगों तक नहीं पहुंच रहा है।
- इस फंडिंग गैप का एक बड़ा कारण GEF का पैसे वितरित करने के लिए बड़ी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों, विकास बैंकों और राष्ट्रीय सरकारी कार्यालयों पर निर्भर होना है।
- दिल्ली स्थित थिंक टैंक सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE) के अनुसार, ....
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