उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्मारकों की वास्तुशिल्पीय विशेषताओं एवं सांस्कृतिक महत्त्व का विश्लेषण कीजिए। इनके संरक्षण से जुड़ी प्रमुख चुनौतियों एवं उनके समाधान हेतु कौन से कदम उठाए जा सकते हैं, समीक्षा कीजिए?

उत्तर: उत्तर प्रदेश प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक परंपराओं, धर्मों और राजवंशों का साक्षी रहा है। इसकी भूमि पर खड़ी ऐतिहासिक इमारतें केवल पत्थरों का ढांचा नहीं, अपितु स्थापत्य कला की जीवंत गाथाएँ हैं, जो भारत की सांस्कृतिक बहुलता, धार्मिक सहिष्णुता और आध्यात्मिक चेतना का अनूठा संगम प्रस्तुत करती हैं। हालांकि, इन अद्भुत वास्तुकला धरोहरों को पर्यावरणीय क्षरण, अनियंत्रित शहरीकरण एवं अपर्याप्त संरक्षण जैसी चुनौतियों से जूझना पड़ता है, जो इनके संरक्षण को खतरे में डालते हैं।

उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्मारकों की वास्तुशिल्पीय विशेषताएँ एवं सांस्कृतिक महत्त्व

  • सांस्कृतिक समरसता का दर्पण: उत्तर प्रदेश के स्मारक हिंदू, बौद्ध, ....
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