उत्तर प्रदेश में गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) की सामाजिक विकास में भूमिका का मूल्यांकन कीजिए। साथ ही इनके कार्यों से संबंधित प्रमुख चुनौतियों तथा पारदर्शिता एवं जवाबदेही से जुड़े मुद्दों की विवेचना कीजिए।

उत्तर: उत्तर प्रदेश जैसे विशाल जनसंख्या वाले राज्य में जहां सामाजिक असमानता, गरीबी, अशिक्षा, महिला सशक्तीकरण, स्वास्थ्य व स्वच्छता जैसी समस्याएं व्यापक रूप से विद्यमान हैं, वहाँ गैर-सरकारी संगठन (NGOs) एक महत्वपूर्ण सहयोगी शक्ति के रूप में कार्य करते हैं। ये संगठन राज्य की शासन व्यवस्था के पूरक के रूप में कार्य करते हुए समाज के उपेक्षित वर्गों तक सेवाएं पहुँचाते हैं।

उत्तर प्रदेश में NGOs की सामाजिक विकास में भूमिका

नीति आयोग के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 47,114 NGO स्थित हैं, जो प्रदेश के सामाजिक विकास में अनेक प्रकार से भूमिका अदा कर रहे हैं, जिनका संक्षिप्त ....

क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

मुख्य विशेष