डिजिटल और नवीन कृषि तकनीकें

  • डिजिटल कृषि क्रांति के माध्यम से खाध पदार्थों की बढ़ती मांग एवं संसाधन आवंटन से संबंधित समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
  • संयुक्त राष्ट्र के ‘सतत विकास लक्ष्यों’ (SDGs) के तहत ‘शून्य भूख वाली दुनिया’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वर्तमान कृषि प्रणाली को अधिक उत्पादक, टिकाऊ, कुशल एवं अनुकूल कृषि प्रणाली में बदलने की आवश्यकता है।
  • भारत जूट, दूध एवं दालों के संदर्भ में प्रथम स्थान पर तथा गेहूं, चावल, मूंगफली, सब्जियां, फल, कपास एवं गन्ना उत्पादन में द्वितीय स्थान पर है।
  • ‘प्रिसीजन फार्मिंग’ के अंतर्गत अस्थाई, स्थानिक और व्यक्तिगत डेटा का संग्रह, ....
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