हृदय योजना

21 जनवरी, 2015 को शुभारंभ की गई राष्ट्रीय विरासत शहर विकास और संवर्धन योजना (हृदय) को 12 नगरों में लागू किया गया है। ये 12 नगर हैं-अजमेर, अमरावती, अमृतसर, बादामी, द्वारिका, गया, कांचीपुरम, मथुरा, पुरी, वाराणसी, वेलनकन्नी और वारंगल।

2018 में 140.14 करोड़ रुपये की लागत से अजमेर, अमरावती, अमृतसर, बादामी, द्वारिका, पुरी और वाराणसी नगरों में 20 परियोजनाएं पूरी की गई। 2018 में पूरी की गई कुछ प्रमुख परियोजनाएं निम्न हैं-

  • हृदय नगरों में तीर्थ यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए वाराणसी, अजमेर, अमृतसर और अमरावती शहरों के विभिन्न विरासत स्थलों से संबंधित 59 सड़कों का उन्नयन किया गया। अमृतसर (गोलबाग), अजमेर (सुभाष उद्यान) और पुरी (बांकी मुहाना) शहरों के सार्वजनिक पार्कों व उद्यानों के कायाकल्प का कार्य पूरा किया गया।
  • शहरों में स्थानीय विरासत को पुनर्जीवित करने और पर्यटकों के लिए अतिरिक्त आकर्षण केन्द्रों के निर्माण के लिए पुष्कर, अजमेर और वाराणसी शहरों में विरासत पथ से संबंधित तीन विकास परियोजनाओं को पूरा किया गया। विरासत पथ के माध्यम से प्रमुख स्मारकों को जोड़ा गया। वर्तमान विरासत भवनों को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से अमृतसर में रामबाग गेट और वाराणसी में टाउन हॉल से जुड़ी दो परियोजनाओं को पूरा किया गया। एक म्यूजियम के रूप में रामबाग गेट और एक सांस्कृतिक केन्द्र के तौर पर टाउन हॉल का उपयोग हो रहा है।