सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बैंकों का विलय

केंद्र सरकार द्वारा 17 सितम्बर, 2018 को सार्वजनिक क्षेत्र के तीन बड़े बैंकों-बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), देना बैंक और विजया बैंक के विलय का प्रस्ताव किया गया। तीनों बैंकों के विलय के बाद बना बैंक देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा। सरकार द्वारा की गयी यह पहल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग क्षेत्र में शुरू किए गए सुधारों का हिस्सा है।

  • इस तरह की पहल वर्ष 2017 के दौरान भारतीय स्टेट बैंक में 6 बैंकों के विलय से हुए लाभ को देखते हुए किया गया। इन 6 बैंकों में शामिल सहयोगी बैंक हैं-स्टेट बैंक ऑफ पटियाला स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ त्रवणकोर। जबकि 6वां बैंक है- भारतीय महिला बैंक।
  • इस विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक विश्व के शीर्ष 50 बैंकों में शामिल हो गया था। स्पष्ट कर दें कि 2018 के दौरान भारतीय जीवन बीमा निगम ने IDBI का अधिग्रहण किया है।
  • उद्देश्य: बैंकों के स्थायित्व के साथ साख देने की योग्यता को अधिक करना। बैंकिंग क्षेत्र में गैर-निष्पादन संपत्ति (Non-performing assets/bad loans) के संकट से बचाव हेतु।
  • वैश्विक बेसल III पूंजी मानदंडों (global Basel III capital norms) को पूरा करने के लिए अगले दो वर्षों में करोड़ों रुपये की नई पूंजी की जरूरत। विलय से ग्राहक सेवाओं और परिचालन दक्षता में सुधार।