बिबेक देबरॉय समिति, 2015

22 सितंबर, 2014 को रेलवे बोर्ड ने प्रमुख रेल परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाने और रेलवे मंत्रालय और रेलवे बोर्ड के पुनर्गठन के लिए बिबेक देबरॉय की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था। समिति ने जून 2015 में अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत की।

समिति की सिफारिशें निम्नलिखित हैं-

  • उदारीकरण या निजी भागीदारी की अनुमति; रेलवे बोर्ड की संरचना में बदलाव।
  • जोन/डिविजनों को विकेंद्रीकरण; संघ सरकार और भारतीय रेलवे के बीच वित्तीय सम्बन्धों मे स्पष्टता लाना।
  • आरपीएफ, स्कूलों और चिकित्सा सेवाओं का सुधार; वाणिज्यिक लेखांकन, उत्पादन और निर्माण इकाइयों में सुधार।
  • रेलवे अधिनियम और रेलवे बोर्ड अधिनियम में परिवर्तन, एक नियामक की स्थापना; रेलवे सेवाओं में एकीकृत प्रवेश; सामाजिक लागतों पर निर्णय लेना।
  • भारतीय रेलवे को दो भागों- रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन और रेल परिचालकों के रूप में विभाजित करना।
  • सरकार के स्वामित्व वाली एसपीवी के लिए ट्रेनों का संचालन करने वाले भारतीय रेलवे का संक्रमण।

अधिकांश सिफारिशों को स्वीकार कर लिया गया तथा अगले वर्ष (2016) से रेलवे बजट को केंद्रीय बजट में शामिल किया गया था।

प्रदर्शन दक्षता सूचकांक

परिचालन अनुपात भारतीय रेलवे के वित्तीय प्रदर्शन संबंधी सूचकांक है। विभागों में कोई भी परिचालन अनुपात कार्य नहीं करता है, क्योंकि आय का विभागों के बीच विभाजन नहीं होता है। आय उत्पन्न करने वाले विभागों के वित्तीय प्रदर्शन के लिए प्रदर्शन दक्षता सूचकांक (PEI) कार्य करता है।