प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेवाई)

केंद्र सरकार ने सितंबर, 2015 को प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेआर) शुरू की। कार्यक्रम का उद्देश्य जिला खनिज फाउंडेशन (DMF) द्वारा निर्गत धन का उपयोग करके खनन संबंधी कार्यों से प्रभावित क्षेत्रों और लोगों के कल्याण के लिए करना है।

उद्देश्य

  • नन प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न विकासात्मक और कल्याणकारी परियोजनाओं / कार्यक्रमों को लागू करना, जो राज्य और केंद्र सरकार की मौजूदा चल रही योजनाओं / परियोजनाओं के पूरक हों;
  • नन जिलों में खनन के दौरान और बाद में पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सामाजिक-आर्थिक प्रतिकूल प्रभावों को कम करना।
  • नन क्षेत्रों में प्रभावित लोगों के लिए दीर्घकालिक स्थायी आजीविका सुनिश्चित करना।
  • पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छता, शिक्षा, कौशल विकास, महिलाओं और बच्चों की देखभाल, वृद्ध एवं विकलांग लोगों के कल्याण, कौशल विकास और पर्यावरण संरक्षण जैसे उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को धन का कम से कम 60% हिस्सा मिलेगा।
  • यह समाज के निचले तबके, आदिवासियों और वनवासियों को मुख्य धारा से जोड़ने की सुविधा प्रदान कर रही है, जो खनन गतिविधियों से सबसे अधिक प्रभावित हैं।
  • इस योजना के तहत, 2018-19 तक कई परियोजनाएं स्वीकृत और लागू की गई हैं। इन क्षेत्रों में व्यय में वृद्धि हुई है, लेकिन इस योजना के ऑडिट के अनुसार व्यय की गुणवत्ता खराब है।